ईसीजी (ECG) के | इस्तेमाल | प्रकार | ईसीजी लीड्स जानिए सभ।
इंट्रो
दोस्तों स्वागत है आपका आज के इस आर्टिकल में। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे की ईसीजी (ECG) क्या है ? ईसीजी के प्रकार ? यह क्यों करते है ? ईसीजी से जुड़े और भी कई सवालों के उतर आपको इस आर्टिकल में दिए जायेंगे। तो चलिए इस आर्टिकल को शुरू करते हैं।
Q1. इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी (Electrocardiography) क्या होता है ?
Ans. इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे हृदय की इलेक्ट्रिक गतिविधि का अध्ययन किया जाता है।
Q2. इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफ (Electrocardiograph) क्या होता है ?
Ans. यह एक मशीन होती है। जिससे हृदय की इलेक्ट्रिक गतिविधि को रिकॉर्ड किया जाता है।
Q3. इलेक्ट्रोकेडियोग्राम (Electrocardiogram) क्या होता है ?
Ans. इलेक्ट्रोकेडियोग्राम जिसे ईसीजी भी कहा जाता है। यह हृदय की इलेक्ट्रिक गतिविधि की ग्राफिकल रिपोर्ट होती है। जिसके द्वारा हृदय की इलेक्ट्रिक गतिविधि का अध्ययन किया जाता है।
Q4. ईसीजी के क्या क्या इस्तेमाल है ?
Ans. ईसीजी के इस्तेमाल नीचे दिए गए है।
- हृदय की धड़कन का पता लगाने के लिए।
- कोरोनरी आर्टरी डिजीज की जांच के लिए।
- हृदय के सिग्नल देखने के लिए।
- हृदय के अवरुद्ध देखने के लिए।
- हृदय में अनियमित सिग्नल की जांच करने के लिए।
- हृदय में रक्त का बहाव देखने के लिए।
- अगर हृदय का कोई कक्ष बड़ा हो जाए उसकी जांच करने के लिए।
Q5. ईसीजी लीड्स क्या होती है ?
Ans. हृदय की गतिविधि को देखने के लिए 12 या 10 लीड्स (तार) का इस्तेमाल किया जाता है। यह लीड्स इलेक्ट्रोड से मिलकर बनती है। इन इलेक्ट्रोड को हम ईसीजी लीड्स के नाम से जानते है।
Q6. ईसीजी लीड्स कितने प्रकार की होती है ?
Ans. ईसीजी लीड्स दो प्रकार की होती है।
- बाइपोलर (Bipolar)
- यूनीपोलर (Unipolar)
Q7. बाइपोलर (Bipolar) लीड क्या होती है ?
Ans. बाइपोलर लीड को स्टैंडर्ड लिंब्स लीड्स भी कहा जाता है। लिंब्स लीड्स वो लीड्स होती है। जो हाथो और पैरों पर लगाई जाती है। बाइपोलर लीड के प्रकार
- लीड 1 – दाहिना हाथ (+) टर्मिनल और बांया हाथ (-) टर्मिनल
- लीड 2 – दाहिना हाथ (-) टर्मिनल, बांया पैर (+) टर्मिनल
- लीड 3 – बांया हाथ (-) टर्मिनल, बांया पैर (+) टर्मिनल
Q8. यूनिपोलर (Unipolar) लीड क्या होती है ?
Ans. यूनिपोलर लीड्स के पास पॉजिटिव इलेक्ट्रोड होते हैं। एव कुछ इंडिफरेंट इलेक्ट्रोड होते हैं जो नेगेटिव इलेक्ट्रोड की तरह कार्य करते हैं। यूनीपोलर लीड के प्रकार
- यूनीपोलर लिंब लीड
- यूनीपोलर चेस्ट लीड
Q9. यूनीपोलर लिंब लीड क्या होती है ?
Ans. यूनीपोलर लिंब लीड इसे एग्मेंटेड लिंग लीड के नाम से भी जाना जाता है। इसके भी तीन प्रकार होते है।
- aVR लीड = दाहिना हाथ
- aVL लीड = बांया हाथ
- aVF लीड = बांया पैर
Q10. यूनीपोलर चेस्ट लीड क्या होती है ?
Ans. यूनीपोलर चेस्ट लीड = चेस्ट लीड को “वि” कहते हैं। और इसे चेस्ट पर नीचे दिए गए प्वाइंट पर लगाया जाता है।
- V1 = Right 4th Intracoastal Space
- V2 = Left 4th Intracoastal Space
- V3 = Midpoint between V1, V2
- V4 = Left 5th Intracoastal Space
- V5 = Left 5th Intracoastal Space
- V6 = Left 5th Intracoastal Space
Q11. ईसीजी में कितनी तिरंगे होती है ?
Ans. ईसीजी में नीचे बताई गई तिरंगे होती है।
- P Waves
- QRS Complex
- T Waves
- QRST
Q12. P Waves अगर लंबी, छोटी, उल्टी हो तो उसका क्या मतलब है ?
Ans. अगर P Wave लंबी हो तो उसका मतलब है Right Atrial Hypotrophy है। P Wave छोटी हो उसका मतलब है Hyperkalaemia। अगर P Wave उल्टी हो तो उसका मतलब Sinoatrial Block।
Q13. QRS Complex अगर लंबी हो तो उसका क्या मतलब होता है ?
Ans. अगर QRS Complex लंबी हो तो उसका मतलब होता है Hyperkalaemia, Buddle branch block।
Q14. T Wave अगर लंबी हो तो उसका क्या मतलब होता है ?
Ans. अगर T Wave लंबी हो तो उसका मतलब होता है Acute myocardial Ischemia।
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